नई दिल्ली12 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

इंफ्लुएंजा के बढ़ते मामलों को लेकर आज केजरीवाल सरकार दोपहर 12 बजे दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक करेगी। जिसमें सीएम अरविंद मौजूद रहेंगे। इस बैठक में H3N2 के मामलों से निपटने और भविष्य में इसे करने की योजना बनाई जाएगी।
बता दें कि गुरुवार को दिल्ली की भलस्वा लैंडफिल साइट पर जब सीएम केजरीवाल से इस वायरस के बारे में सवाल किया था तो उन्होंने कहा कि हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। डीडीएमए की बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा करेंगे। जानकारी के अनुसार पहले यह बैठक गुरुवार को होने वाली थी, लेकिन इसे शनिवार तक के लिए रोक दिया गया था।
शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री ने स्क्रीन स्क्रीन की बात कही
इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान निगरानी की बात कही थी। हालांकि मास्क लगाना अनिवार्य नहीं था। उन्होंने 5 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से ज्यादा के रोड़ को ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी।

भारत के कई राज्यों में यह वायरस फैल चुका है
दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में H3N2 वायरस के पैसे मिल गए हैं। गुरुवार तक इस वायरस से देश में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इसका सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र हुआ है। यहां गुरुवार तक स्वाइन फ्लू और एच3एन2 के कुल 352 मामले सामने आए हैं। इनमें H3N2 से पीड़ित 58 मरीज हैं।
इन्फ्लुएंजा के 79% कारकों में H3N2 वायरस मिला
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि प्रयोगशाला में किए गए परीक्षण में इन्फ्लुएंजा संबंधी कारणों से लगभग 79% में H3N2 वायरस पाया गया है। इसके बाद 14% विक्टोरिया में इन्फ्लुएंजा बी वायरस पाया गया और 7% में इंफ्यूएंजा ए एच1एन1 वायरस पाया गया। H1N1 को आम भाषा में स्वाइन फ्लू भी कहा जाता है। मंत्रालय का कहना है कि मार्च और से H3N2 वायरस के मामले में कम होने की संभावना है।
ये खबरें भी पढ़ें…
H3N2 से फैली महामारी में हुई थी 10 लाख धब्बे, इन्फ्लुएंजा वायरस की पूरी कहानी

भारत में जनवरी से मार्च तक का वक्त फ्लू का मौसम माना जाता है। इस दौरान लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। इस बार का फ्लू सीजन काफी अलग है। अब न जाने कितने ही मरीजों की कई संभावनाएँ हैं, बल्कि उनकी खांसी भी ठीक नहीं हो रही है। बड़ी संख्या में मरीजों को आईसीयू में भर्ती करने की नौबत आ रही है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
एक हफ्ते में कोरोना के मामले 63% आए; क्या H3N2 वायरस इसकी वजह है

देश में कोरोना के मामले बढ़ने से डरने लगे हैं। 67 दिन बाद कोरोना की सक्रियता के मामले 3 हजार से ज्यादा हो गए हैं। COVID मामलों में अचानक वृद्धि के साथ-साथ H3N2 वायरस के मामलों में भी वृद्धि हुई है, जो चिंता बढ़ाने वाली है। पूरी खबर यहां पढ़ें…