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- मल्लिकार्जुन खड़गे बनाम नरेंद्र मोदी क्रेडिट आरआरआर का नातू नातू ऑस्कर पुरस्कार
नई दिल्ली14 मिनट पहले
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ऑस्कर में भारत को दो संदेश मिलने की खुशी राज्यसभा तक पहुंच गई। दरअसल, द एलिफेंट व्हिस्परर्स के अलावा एसएस राजमौली की फिल्म आरआरआर के गाने ‘नाटू-नाटू’ को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी में ऑस्कर नंबर मिला है। आरआरआर के राइटर के. विजयेन्द्र कुमार राज्यसभा के सदस्य भी हैं।
इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने चर्चा की बात कही। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर समाजवादी की सांसद जया बच्चन तक ने भारतीय फिल्म जगत की जोरदार चाहत की। इस दौरान खड़गे ने तो सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तंज भी कसा।
खड़गे ने आरआरआर के गाने नाटू-नाटू को ऑस्कर मिलने पर जजमेंट की। सरकार पर कटाक्ष किया और कहा, ‘उम्मीद है कि मोदी सरकार इन ग्लिटर का श्रेय नहीं लेगी।’
अडाणी के मुद्दों पर पिछले दो दिनों से रुके हो रहे डोम में देश को दो ऑस्कर मिलने पर नेताओं ने क्या-क्या कहा? आइए जानते हैं…
खड़गे बोले- रूलिंग पार्टी ये न कह दे कि हमने इसे डायरेक्ट किया है
खड़गे ने कहा कि पहली बार नाटू-नाटू गाने को ऑस्कर में अधिलेखित किया गया है। ‘द एलिफेंट व्हिस्पर्स’ ने भी पुरस्कार जीता है। अच्छी बात यह है कि ये दोनों ही संयुक्त दक्षिण भारतीय फिल्मों को मिले हैं। हमें बेहद खुशी है।

मेरा आग्रह है कि रूलिंग पार्टी अपना क्रेडिट नहीं ले कि हमने इसे डायरेक्ट किया है, मैंने इसे लिखा है। मोदी जी ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। खड़गे ये बोले हुए जोर-जोर से हंसने लगे। उनकी बात सुनकर सत्ता पक्ष में बैठे पीयूष गोयल, एस जय शंकर भी जोरदार ठहाका लगायें।
जया बच्चन ने खड़गे के दक्षिण वाले बयानों से दुखी हैं
समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने खड़गे के दक्षिण भारतीय फिल्म के ऑस्कर वाले दावों पर आपत्ति जताती हैं। जया ने कहा- हमें बेहद खुशी है कि ऑस्कर से हमें पहली बार दो नोटिस मिले। ये मैटर नहीं करता है कि वे पूर्व, दक्षिण, पश्चिम या उत्तर के हैं। हम सभी भारतीय हैं। मुझे बेहद खुशी है कि हमारी फिल्म जगत ने कई बार देश का नेतृत्व किया है। सत्यजीत रे से लेकर अब तक।

उपराष्ट्रपति बोले- अगर मैं वकील नहीं होता तो फिल्मों में होता है
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी भारतीय फिल्मों के ऑस्कर जीतने पर खुशी जताई। धनखड़ ने अपनी पुरानी कहानी सुनाई। 71 साल के धनखड़ ने कहा- अगर मैं वकील नहीं बनता, तो मैं निश्चित रूप से फिल्मों में होता हूं।

सोनल मानसिंह ने बताया- नाटू शब्द कहां से आया
राज्यसभा सदस्य और नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने नाटू-नाटू के ऑस्कर विजेता पर बधाइ दी। उन्होंने कहा कि नाटू-नाटू शब्द की चर्चा बहुत हो रही है। ये शब्द नॉटराज डांस से आया है और ये डांस सबने देखा। पूरी दुनिया उस पर नाच रही है। उन्होंने ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ का भी उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि गणेश हमारे आराध्य देव हैं, गणेश हमारे लिए प्रथमेश हैं। हाथी हस्ती है, तो उन्हें भी एक तरह से आदर दिया जाता है। सम्मानित किया गया। ये हमारे लिए खुशी की बात है।

सुधांशु त्रिवेदी ने भरत मुनी के नाट्य शास्त्र का उल्लेख किया है
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कला की इस अभिव्यक्ति के संदर्भ में जो सुंदर समन्वय दिल में आया, मैं उन्हें सदन के पटल पर रख दूं। सोनल मानसिंह ने कहा कि नाटू शब्द की उत्पत्ति नटराज शब्द से हुई है और भारतीय संस्कृति में जो सबसे बड़ा ग्रंथ है वो भारत मुनि का नाट्य शास्त्र है, जिसमें 9 रस हैं।
उसमें शांत रस का प्रयोग नहीं किया जाता क्योंकि नाट्य में उसकी अभिव्यक्ति संभव नहीं है। 8 प्रयोग किए जाते हैं। ये दक्षिण भारत के दो फिल्मों से हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि तमिल संस्कृति में दोलीकप्यम में जो उसी के समकक्ष हैं 9 रस हैं। इसमें भी शांत रस की अभिव्यक्ति नहीं होती है और 8 रस उसी क्रम में ठीक हैं जैसे भरत मुनि के नाट्य शास्त्र में हैं।
मुझे लगता है कि इस नाटू शब्द की उत्पत्ति किस शब्द से होती है जिसमें सुंदर समन्वय दक्षिण से उत्तर का दिखता है। जोकाल के लिए बहुत सकारात्मक संदेश है।