अमृतसर18 मिनट पहले
पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। अजनाला थाने पर हमला करने से जुड़े मामलों में पुलिस अमृतपाल के 6 साथियों को गिरफ्तार कर लिया। ये गिरफ्तार जालंधर के शाहकोट-मलसिया इलाके से उस समय की गई जब ये लोग अमृतपाल के साथ मोगा की ओर जा रहे थे।
पंजाब पुलिस के घोटालों में अमृत हीपाल खुद गाड़ी में लिंक रोड से होते हुए भाग गए। पुलिस उसका पीछा कर रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जा सकता है।

जालंधर के शाहकोट में भारी पुलिस बल लगाया।
अमृतपाल सिंह के खिलाफ इस बार 3 मामले दर्ज हैं। ये दो अजनाला थाने में हैं। पुलिस काफी लंबे समय से उन्हें गिरफ्तार करने के लिए तैयार कर रही थी। सूचना है कि आज अमृतपाल सिंह की ओर से जालंधर के शाहकोट मलसियानों में खालसा वहीर को निकाला जाना था। भारी संख्या में समर्थक गुरु द्वारा साहिब में इक्ट्ठे हो रहे थे। लेकिन सुबह ही से भारी पुलिस बल काफिले का पीछा कर रहा था। जब काफिला शाहकोट के पास संदेश, पुलिस बल ने उसे लिखा।
अमृतपाल सिंह की दो चक्कर में सवार 6 लोग चपेट में आ गए, जबकि अमृतपाल अपने मर्सिडीज से भाग गया। पुलिस ने पकड़े गए सभी 6 चिन्हित से भारी मात्रा में हथियार को भी ज़ब्त किया है।
जालंधर और मोगा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
अभी जालंधर और मोगा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई चल रही है। केक 100 के करीब बताए गए सिंह को गिरफ्तार करने के लिए उसका पीछा कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर अमृतपाल के करीबी से लाइव हुआ
अमृतपाल के साथ गिरफ्तार किए गए साथियों में उनके करीबी भगवंत सिंह उर्फ बाजे के भी हैं। जैसे ही पुलिस गिरफ्तारियां करती हैं, भगवंत सिंह सोशल मीडिया पर लाइव हो गए और अपनी तरफ बढ़ते हुए पुलिस दावे दिखाने लगे। भगवंत सिंह के खिलाफ धाराओं के साथ सोशल मीडिया पर फोटो डालने का मामला दर्ज हुआ है। वह सरकार पंजाब के खिलाफ और अमृतपाल के हक में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रही है।

पंजाब पुलिस ने की नाकाबंदी।
अजनाला थाने पर हमला किया था
ज़ोजब है कि पिछले महीने 23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े हजारों लोगों ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इन हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोग संस्था के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह स्टॉर्म की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। इन हमलों के बाद दबाव में आई पंजाब पुलिस ने फैसला सुनाने का ऐलान कर दिया था।
कौन हैपाल अमृत सिंह
अमृतपाल सिंह, अमृतसर जिले का जलूपुर खेड़ा गाँव रहने वाला है। वह 2012 में काम के सिलसिले में दुबई गया था। वहां से सितंबर 2022 को भारत लौटा। सितंबर महीने में ही उन्हें खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू का संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया।
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पुलिस ने उग्र भीड़ को रोकने के लिए बैरीकेड माने थे, लेकिन ये उन्हें तोड़कर अंदर घुस गए। झड़पों में 6 घायल हो गए। अमृतपाल सिंह ने कहा- पुलिस कर्मियों के घायल होने की खबर फैलाई जा रही है। सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हो गया। हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं। उसने चेतावनी दी कि 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा कर दिया जाए (पूरी खबर पढ़ें)
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पंजाब के अजनाला थाने पर पूर्वाग्रह संग हमला करने वाले खालिस्तानी समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल ने खुद को भारतीय नागरिक पूर्वाग्रह से इनकार कर दिया है। अमृतपाल ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा – मैं खुद को भारतीय सिटीजन नहीं बनाता (पूरी खबर पढ़ें)