अमृतसर33 मिनट पहले
अमृतपाल की अटैचमेंट की सूचना शनिवार दोपहर आई मगर देर रात पुलिस ने कहा कि वह स्प्रेडशीट है। – फाइल फोटो
पंजाब में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की मांग रविवार को दूसरे दिन भी जारी है। पंजाब पुलिस ने राज्य में उसकी तलाश के लिए मेगा सर्च ऑपरेशन किया है। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल को शनिवार को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर निकल गया। उसे गाड़ी नकोदर में खड़खड़ाती हुई मिली। सूत्रों के अनुसार अमृतपाल का मोबाइल टेलीफोन भी इसी गाड़ी में मिला।
अमृतपाल की अटैचमेंट की सूचना शनिवार दोपहर में आई थी लेकिन देर रात पुलिस की ओर से जारी किए गए विशेषाधिकार प्रेस बयानों में बताया गया कि वह बहरा है। पुलिस ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े 78 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पंजाब में आज दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद हो जाएंगी। माहौल बिगड़ने की आशंका और दोस्ती को रोकने के मकसद से राज्य में शनिवार दोपहर 12 बजे से मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया था। आज 12 बजे के बाद इंटरनेट सेवाएं चालू होंगी या नहीं, अभी इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है।
अपडेट…
- सिखपाल पर न्यूयॉर्क में भारतीय दूतावास के खिलाफ कार्रवाई का प्रदर्शन करेंगे।
- कनाडा के कंजरवेटिव पार्टी के सांसद टिम एस उप्ल ने कहा कि पंजाब से आ रही आंखों को लेकर संवेदनशील हूं। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
दो दिन नहीं जाएंगी रोडवेज-पनबस की बसें
पंजाब में आज से दो दिन के लिए सरकारी बस सेवाएं भी बंद होंगी। सरकार के आदेश के मुताबिक, सोमवार और मंगलवार को पंजाब रोडवेज व पनबस की कोई बस नहीं ली जाएगी। यह निर्णयपत्र अमृत की ओर से अल्टरनेट होने की आशंका को देखते हुए लिया गया। पीआरटीसी की बसें जाएंगी या नहीं, इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।

पुलिस कोपाल अमृत की गाड़ी नकोदर में महंगी मिली। कहा कि वह किसी दूसरी कार में भाग निकला।
नकोदर के पास देर रात तक सर्च किया
पंजाब पुलिस का जालंधर जिले के नकोदर एरिया में सर्च ऑपरेशन देर रात तक चलता रहा। यहां के गांव सरिन्ह में इस तलाशी अभियान का अपना जालंधर के पुलिस कमिश्नर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अमृत अभी भगौड़ा है और बहुत जल्दी उसे पकड़ लिया जाएगा। अमृतपाल की गाड़ी पुलिस को नकोदर में ही खट्टी मिली थी।
अमृतसर में आज से G20 देशों का सम्मेलन
आज से अमृतसर में जी20 देशों के लेबर लॉ पर दो दिन का सम्मेलन भी शुरू हो रहा है। इसके लिए एलियन ज्यादातर डेलीगेट्स शनिवार को ही अमृतसर पहुंच गए। यह अमृतसर के खालसा कॉलेज और गुरु नानकदेव यूनिवर्सिटी (GNDU) में हो रहा है। इसे लेकर बेहद सटीक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। अमृतसर की तमाम बड़ी सड़कों पर पुलिस ने नाकेबंदी कर रखी है।
पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर
पूरे पंजाब में पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा, मुक्तसर सहित कई धारा 144 में लागू है। हालांकि इसकी वजह अमृतसर में हो रहा G20 देशों का सम्मेलन बताया जा रहा है।

शनिवार को अमृत की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही मोहाली में उसके व्यापार ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इन लोगों ने हाथों में तलवारें और डंडे ले रखे थे। इस दौरान घटनास्थल पर पुलिस भी मौजूद है।
आज खत्म होगी निहंगों की समय सीमा
मोहाली में अमृतपाल को रिहा करने के लिए उसका दादा का धरना शनिवार देर रात तक चलता रहा। चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर लगे कौमी इंसाफ मोर्चा में करीब 150 निहंगों ने शनिवार को चंडीगढ़ की तरफ बढ़ने की कोशिश की और पुलिस के साथ झटकामुक्की होने पर शाम 5 बजे एयरपोर्ट रोड जाम कर दी थी। ये हाथों में नंगी तलवारें, बरछे-भाले और डंडे ले जाते थे। रात 10 बजे तक वहां बड़ी संख्या में लोग जाम रहे हैं। उसके बाद भीड़ तो कम हो गई लेकिन सड़क नहीं खुली जा सकी। इनके प्रदर्शन को देखते हुए यहां रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के अलावा बुलेटप्रूफ ट्रैक्ट भी लगाया गया है। निहंगों ने पुलिस अमृत कोपाल को रिहा करने के लिए 24 घंटे का समय दिया है। यह समय सीमा आज शाम को पूरी हो जाएगी।

जानिए शनिवार को क्या-क्या हुआ
- अमृतपाल ने शनिवार को पंजाब में 2 जगह अपने आर्टिकल रखे थे। ये पहला प्रोग्राम जालंधर के मलसियां कस्बे और दूसरा प्रोग्राम बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में था। इन प्रोग्राम से सबसे पहले पुलिस ने प्रदेशभर में अपने संगठन से जुड़े लोगों को गिरफ्तार करने का ऑपरेशन शुरू किया।
- पूरे ऑपरेशन का भरोसा दिया गया। रातों रात पुलिस बल जालंधर को आसपास के नेटवर्क से बुलाया गया। मलसियां कसा जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर है। इस हाईवे पर सुबह से ही भारी नाकेबंदी कर दी गई।
- शनिवार दोपहर 1 बजे अमृतपाल का काफिला महतपुर के पास संदेश तो पुलिस ने घिनौना डाला। काफिले में आगे चल रही 2 पैरों में सवार 7 लोग पकड़ के लिए गए। अमृतपाल की कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी। पुलिस को देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी का लिंक रोड की तरफ चला गया। पुलिस ने 60 बयान दिए।
- लगभग डेढ़ बजे अमृतपाल को गिरफ्तार करने के लिए खबर आई। रात होते-होते पुलिस की ओर से बताया गया कि अमृतपाल का हाथ नहीं आया है। उसकी खोज में अभियान शुरू किया गया है। प्रदेशभर से ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- पंजाब पुलिस को अमृत की गाड़ी नकोदर में महंगी मिली। कहा कि वह दूसरी कारों में भाग निकला।
- अमृतपाल के करीबी भगवंत सिंह उरी बाजे के पुलिस ने मोगा में उनके खेतों से पकड़ा। उस समय वह आदमियों के लिए करकट काट रहा था। भगवंत सिंह ने सोशल मीडिया पर लाइव अपनी आगे बढ़ने की दिशा में पुलिस अनुरोधों को दिखाया।
- अमृतपाल के साथी सोशल मीडिया पर वीडियो से जुड़े लोग इससे होने की अपील करने लगे। इसके बाद पूरे पंजाब में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को बंद कर दिया गया।
- मोहाली में अमृतपाल के समर्थक सड़क पर उतरे। यहां कौमी इंसाफ मोर्चा के 150 निहंगों ने तलवारें और डंडे लेकर चंडीगढ़ की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया। जब पुलिस ने रोका तो बवाल-मुक्की हो गई। उसके बाद निहंगों ने एयरपोर्ट रोड जाम कर दिया। इसके बाद भी रैपिड एक्शन फोर्स के साथ बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर लगाया गया।
- अमृतपाल ने बरनाला-फरीदकोट स्टेट हाईवे को भी ब्लॉक कर दिया। यह लोग बहादुरपुर कस्बे के पास हाईवे पर बैठ गए। उसके बाद यहां भारी पुलिस बल तैनात हो गया। मोहाली में निहंगों ने एयरपोर्ट रोड जाम कर दिया। प्रदर्शन में बढ़ती भीड़ को देखकर परास्त एक्शन फोर्स के अलावा बुलेट प्रूफ पट्टा कर दिया गया।
अजनाला थाने पर हमला किया था
खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल के अगुआई में उनके हजारों हज़ारों ने 23 फरवरी 2023 को अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला किया था। इन हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोगपाल अमृत के करीबी लव सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। हमलों के दबाव में आई पंजाब पुलिस को लवप्रीत सिंह तूफान को रिहा करने का ऐलान करना पड़ा।

अमृतपाल के गांव के चारों ओर केंद्रीय बल की व्यवस्था है
अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने अमृतसर जिले में रईया के पास अपने माता-पिता गांव जल्लूपुर खेड़ा को भी शनिवार दोपहर घोर अपराध किया। गांव में आने-जाने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ के अलावा सैर की तलाश में गए। पंजाब पुलिस के अलावा जल्लूपुर खेड़ा के चारों तरफ केंद्रीय बलों के जवानों पर रोक लगा दी गई है।
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पंजाब पुलिस ने शनिवार को पूरे राज्य में खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े लोगों के खिलाफ अभियान चलाया। अब तक 78 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने रात को प्रेस नोट जारी कर बताया कि संगठन के हेड अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई है, उनकी मांग जारी है। पूरी खबर पढ़ें…
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पुलिस ने उग्र भीड़ को रोकने के लिए बैरीकेड माने थे, लेकिन ये उन्हें तोड़कर अंदर घुस गए। झड़पों में 6 घायल हो गए। अमृतपाल सिंह ने कहा- पुलिस कर्मियों के घायल होने की खबर फैलाई जा रही है। सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हो गया। हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं। उसने चेतावनी दी कि 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा कर दिया जाए। पूरी खबर पढ़ें…
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तलवारें और बंदूकें साथ में थीं। उनके पास श्री गुरुग्रंथ साहिब की पवित्र बीड़ भी थी। ऐसे में जवान पीछे हट गए। टीवी चैनल को दिए गए बयानों में रंधावा ने एक्शन ना लेने की यही वजह बताई है। पूरी खबर पढ़ें…
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