चंडीगढ़एक घंटा पहलेलेखक: बलदेव कृष्ण शर्मा
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आम आदमी पार्टी (आप) ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। आप सोमवार को राजस्थान से अभियान का आगाज शासक। आप के राष्ट्रीय कमेंट्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान जयपुर में शक्ति प्रदर्शन करेंगे। मंगलवार को दोनों नेता मध्य प्रदेश जाएंगे और भोपाल में सदन कर राज्य का माहौल बिगाड़ देंगे। आप का सबसे ज्यादा फोकस राजस्थान पर है। आप पंजाब से सटे क्षेत्रों को ‘साफ्ट योजनाओं’ के तौर पर देख रहे हैं। उसे आशा है कि पंजाबी प्रभाव वाले क्षेत्र में वह साइट निकाल सकता है।
आप की कोर टीम ने राजस्थान में तीन परिदृश्य देखे हैं। पहला- अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई में कांग्रेस को कितना नुकसान होगा और चुनाव के वक्त गहलोत का क्या रूख होगा? दूसरा- बीजेपी वसुंधरा राजे को फ्री हैंड देगा या नहीं। लेकिन, आप मान रही हैं कि सालासर में वसुंधरा ने जो शक्ति का प्रदर्शन किया है, उससे उनकी रिश्ते मजबूत हुए हैं। आपको लगता है कि वसुंधरा मजबूत हुई है तो कांग्रेस को नुकसान होगा।
उस स्थिति में आप कांग्रेस की दुर्बलता से जमीन पर कब्जा करने का अवसर दिख रहे हैं। आपने कुछ जंपिंग अधिकारियों से भी फिक्र की है। इससे पता चला है कि कांग्रेस की सामान्य योग्यता से भी परेशान हैं। कई जगह ऐसी स्थिति बनी है, जहां मंत्री गहलोत खेमे का है, विधायक पायलट खेमे का और सांसद भाजपा का।
तीसरा- आप ऐसे नेताओं की मांग कर रहे हैं, जो खुद के प्रभाव से किसी भी पार्टी के सिंबल पर चुनाव जीत जाते हैं। राजस्थान में बसपा के टिकट पर कई बार विधायक बनते जा रहे हैं। इनमें से एक ने सरकार बनने तक की भूमिका निभाई है।
गुजरात चुनाव में खराब प्रदर्शन और दिल्ली में मनीष सिसोदिया की सतर्कता के मामले के बाद पार्टी अपने वालिटियर्स को संदेश देना चाहती है कि वह संघर्ष जारी रखेंगे और 2024 के आम चुनाव में कदम बढ़ाएंगे। पार्टी उस परसेप्शन का भी फायदा उठाना चाहती है, जिससे यह माना जाता है कि आप कांग्रेस के वोट को लेकर चलती है।
छत्तीसगढ़ में ‘फ्री’ फॉर्मूले से आदिवासियों पर दावेदार
आप छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के दिल में उतरने के लिए अपने फॉर्म का मुफ्त इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्हें लगता है कि मुफ्त में दी जाने वाली सुविधाएं पसंद आएंगी। इसीलिए दिल्ली और पंजाब में दी जाने वाली मुफ़्त की सुविधा को पार्टी बढ़ा-चढाकर प्रचार कर रही है। आप बीजेपी पर भी नजर रखते हैं। राजस्थान की तरह यहां भी पूर्व आलेख डॉ. रमन सिंह को लेकर भाजपा की क्या रणनीति होगी, यह उसके लिए जबरदस्ती है।
मान के जरिए पंजाबियों में पत की तैयारी
आप भगवंत मान के चेहरे को सिखों और पंजाबियों में भी मजबूत बनाना चाहते हैं। आप यह रणनीति बना रहे हैं मान जहां भी जाएं, उस इलाके में पंजाबियों के साथ उनकी अलग बातचीत हो और वे एक हफ्ते के चुनाव तक बड़ा चेहरा बन जाएं। बीजेपी भी अलग-अलग समुदायों में इस तरह की बातचीत कर रही है। खुद पीएम मोदी कई बार सिख समाज की सोच से मेल-मुलाकात करके सिखों से अपनी नजरिया रखते हैं।