12.5 C
London
Friday, March 17, 2023
HomeSports Newsगायत्री-ट्रेसा लगातार साल ऑल इंग्लैंड के सेमीफाइनल में: ऐसा करने वाली पहली...

गायत्री-ट्रेसा लगातार साल ऑल इंग्लैंड के सेमीफाइनल में: ऐसा करने वाली पहली भारतीय जोड़ी, चीन की मेई और जुआन को हराया

Date:

Related stories

ममता-अखिलेश ने बनाया नया मोर्चा: बीजेपी-कांग्रेस की जगह नहीं; नवोदय पूर्व भी शामिल हो सकते हैं

कोलकाताएक मिनट पहलेकॉपी लिंकसमाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश...

गल्फ कंट्रीज के भरोसे पाकिस्तान: सऊदी अरब, यूएई और कतर उठा सकते हैं IMF से कर्ज, ये ही तीन देशों से चुप

कार्यक्षेत्र22 मिनट पहलेकॉपी लिंकसऊदी क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री...


  • हिंदी समाचार
  • खेल
  • बैडमिंटन महिला डबल्स; गायत्री गोपीचंद पुलेला और तृषा जॉली सेमीफाइनल में

स्पोर्ट्स डेस्क26 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

वर्ल्ड नंबर 16 टेरेसा जॉली और गायत्री गोपीचंद पुलेला की जोड़ी लगातार दूसरे साल ऑल इंग्लैंड ओपन चैंपियनशिप में पहुंचने के सेमीफाइनल में पहुंची है। यह पहली भारतीय जोड़ी है जो लगातार दूसरे साल फाइनल-4 में पहुंचती है। 20 साल की गायत्री और 19 साल की टेरेसा ने 17 मार्च यानी शुक्रवार को महिला को क्वार्टर फाइनल में चीन की ली वेन मेई और लियू जुआन जुआन की जोड़ी को हराया। एक घंटे चार मिनट तक चले मैच में भारतीय जोड़ी ने मेई और जुआन की जोड़ी को 21-14, 18-21, 21-12 से शिकस्त दी।

मैच की शुरुआत से ही भारतीय जोड़ी ली वेन मेई और लियू जुआन जुआन की जोड़ी पर हावी हो रही है। पहला गेम 21-14 से अपना नाम किया। वहीं, जोड़ी ने दूसरे गेम में भी अच्छी शुरुआत की। लेकिन चीन की जोड़ी ने वापसी करते हुए इस खेल में 21-18 से जीत हासिल की। निर्णायक और तीसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए 21-12 आसानी से जीत हासिल कर ली।

दूसरे दौर में पूर्व विश्व नंबर 1 और पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन ने हराया
भारत की युवा साझेदारी साझेदारी ने दूसरे दौर के मैच में पूर्व विश्व नंबर 1 और पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन जापान के युकी फुकुशिमा और सयाका हिरोटा को सीधे गेम में हरा दिया था। 50 मिनट तक इस जापानी जोड़ी को 21-14, 24-22 से मात दी गई थी।

पहले दौर में 7वीं सीड जोड़ी ने जापानी को हराया
वहीं चैपियांशिप के पहले दौर में भी भारतीय महिला जोड़ी ने बड़ा उलटफेर किया था। पहले दौर में जौली और गायत्री ने 7वीं जोड़ी जोंगकोलफान किटीथाराकुल और रविंडा प्रजोंगजाई को शिकस्त दी थी। उन्होंने किटीथाराकुल और प्रजोंगजाई को 21-18, 21-14 से हराया था।

भारत को 22 साल से टाइटल का इंतजार है
भारत की ओर से देखें तो इस टूर्नामेंट में अब तक 2 बार ही भारतीय खिलाड़ी जीते हैं। भारत को 22 साल से टाइटल का आसिया है। आखिरी बार इस शीर्षक को फुलेला गोपीचंद ने 2001 में जीता था। गोपीचंद से पहले इसे प्रकाशित किया, वर्ष 1980 में पहली बार जीता था। हालांकि पीवी सिंधुरा साल 2015 और लक्ष्य सेन साल 2022 में टूर्नामेंट के फाइनल तक पहुंच गए हैं, लेकिन जीत नहीं पाए।

खबरें और भी हैं…



Source link

Subscribe

- Never miss a story with notifications

- Gain full access to our premium content

- Browse free from up to 5 devices at once

Latest stories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here