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- ‘हां बेटी मेरी है, उम्र 15 साल, मैं एक लाख से कम नहीं लूंगा’, भास्कर टीम के सामने लड़की को शोपीस की तरह खड़ा किया
मौसम4 पहलेलेखक: ओमप्रकाश शर्मा

परगियापाड़ा गांव की यह बेटी 15 साल है। 4 प्रश्न में यह संख्या है। माँ भी घर पर है।
उदयपु r के kasa व के के से से ज ज ज ज ज ज 15 से 20 साल तक इनसाइट्स को माता-पिता ही दी गई हैं। कीमत- 50 हजार से 1.50 लाख रु. तक। इन लोगों के पास भरण-भगता के पैसे हैं। ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ असफल रहे। भास्कर टीम ने जांच की। भार ने एक लाख रु. एक परिवार से 15 साल की बेटी को पति के लिए अनुबंध। कमिशन अलग था। ऐसे ही बैगावारा की 12 केरल में थे। रैम्म प्रफुल्ल कुमार कुमार- वायरस पर हमला।
आठवीं कक्षा के वर्गा वर्ग

मावली में
भास्कर- पाटी के लिए गर्ल। कोठों-कोठों से, सही रहना चाहिए? भास्कर- रायपुर से। जान के लिए। रोबोट-खोजकर्ता है. भास्कर- बढ़ रहा है। कला-लेखन नहीं। माइक्रो- माइल्स 8वीं कक्षा में दो, फिर चाहकर भी। (जेब से एक गर्ल का फोटा निकालकर) लाख से 3 लाख रु। खर्च खर्च खर्च भी अनुमान होगा।

रणजीतपुरा गांव की यह बेटी 15 साल है। अभी 8वीं कक्षा है। कुल तीन में यह संख्या है।
खर्चा इशारा करते हुए, मैं 1 लाख लाख सुन रहा हूँ

परगियापाड़ा में
भास्कर- बेटी साल की है? पिता- 15 साल की है। के लिए 3 लाख रु. खर्च भी तुम्हीं करना। भास्कर- 15 साल कम उम्र नहीं? पिंटू- क्या गंगा है? भार- 3 रु। पापी- अब जो यह साहब (दलाल) कहलाते हैं, आपसे समय देते हैं। पर 1 लाख से कम नहीं। पीछे है तो बोलो। (समीक्षा) भास्कर- चलो ठीक है… बाद में बातचीत।
- किशोरियों की बोल 50 हजार से 1.50 लाख रु। तक
तीन से अनुरोध
जांच में आगे आने वाले समय में बाल प्रसंस्करण और प्रसंस्करण के प्रसंस्करण के लिए तैयार होते हैं। उम्र बढ़ने की उम्र 15 साल तक रहती है। अड़करा में बगावत, मप्र व महाराष्ट्र से भी।
देखभाल की तैयारी
एल्बो के पारगियापाड़ा के कन्नहैं ने 3 साल की बड़ी बेटी पढ़ा। रणजीतपुरा 15 साल की बेटी को पाँ ने गुर्जर में एक था, पर शिक्षक दुर्गा सिंह की उपाधि प्राप्त की। फिर भी।