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Sunday, March 12, 2023
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पानीपत में RSS के तीन दिवसीय सभा में शामिल हुए यादव, हीराबेन मोदी सहित 107 हस्तियां की याद; महिलाओं को संघ में जोड़ने पर विचार होगा

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पानीपत33 मिनट पहले

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हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे के गांव पटटीकल्याणा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय भारतीय प्रतिनिधि सभा रविवार को समालखा में शुरू हुई।

यहां सेवा डिजारा एवं ग्राम विकास केंद्र में हो रही सभा के दौरान समाजवादी के बेरोजगार नेता शरद यादव पार्टी, समाजवादी नेता शरद यादव और वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण को श्रद्धांजलि दी गई।

इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी, अभिनेता-फिल्म निर्माता सतीश कौशिक को भी याद किया गया। बैठक के पहले सत्र में आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने उन सभी प्रसिद्ध क्रेज के नाम पढ़े, वास्तव में पिछले एक साल में उनकी मृत्यु हो गई।

कार्यक्रम के ये मुख्य उद्देश्य होंगे
अखिल भारतीय सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने बताया कि सभी भारतीय प्रतिनिधि सभा में तीन प्रस्ताव देखें। पहला सामाजिक समरसता का होगा। इसमें भारत के विकास की नीति तैयार की जाएगी। इसमें समाज का सहयोग और समाज के कार्यों की नीति तैयार की जाएगी।

दूसरा सर्व धर्म होगा। इसमें जोड़ने का प्रस्ताव रहेगा। भगवान महावीर के परिनिर्वाण के जीवन संदेश और स्वामी दयानंद सरस्वती के जन्म शताब्दी वर्ष के बारे में लोगों को बताने का भी उद्देश्य रहेगा। आरएसएस की घोषणा में अब महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा। इस पर भी चर्चा की जाएगी।

महिलाओं को एडमाग्रेशन से जोड़ने पर चर्चा होगी
पानीपत में सभी भारतीय प्रतिनिधि सभा में RSS की संयुक्त महासचिव डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि महिलाओं को ‘शाखाओं’ से जोड़ने पर मीटिंग में चर्चा होगी। उन्‍होंने बताया कि 42,613 जगहों पर 68,651 डेली ब्रांच चल रही हैं।

26,877 साप्ताहिक बैठकें होती हैं। 10,412 संघ मंडली हैं। 2020 की तुलना में 6,160 शाखाएं दी गई हैं। साप्ताहिक बैठकें 32% बढ़कर 6,543 हो गई हैं। संघ मंडल में 20% की वृद्धि हुई है। संघ देश भर में 71,355 स्थान मौजूद हैं।

ये प्रस्ताव पारित होगा
डा. मनमोहन वैद्य (सह सरकार्यवाह) ने बताया कि बैठक में अभी एक प्रस्ताव पारित होगा। स्वाधीनता, स्वदेशी, स्वतंत्र, स्लावलैंगन में जो स्व है तो भारत के स्व के प्रकाश में भारत के विकास की तलाश में बने।

भारत को स्व के प्रकाश में आगे बढ़ाने के लिए समाज का सहभागी। ये स्व क्या है, इस दृष्टि से समाज को क्या चाहिए। ऐसा आमंत्रित करने वाला प्रस्ताव पास होगा।

RSS से जुड़ने के 6 साल में आई 7.25 लाख रिक्वेस्ट
आरएसएस से देश भर में जुड़ने वालों का चिल जारी है। प्रमुख के अनुसार संघ की वेबसाइट RSS के माध्यम से वर्ष 2017 से वर्ष 2022 तक 7 लाख 25 हजार लोगों ने जुड़ाव को लेकर रिक्वेस्ट कास्ट किया। यानी 1.20 लाख प्रति वर्ष। इनमें से ज्यादा की उम्र 20 से 35 साल के बीच है। 75% का संघ से जुड़ने का मकसद समाज सेवा करना है।

मुख्य आंकड़ों पर एक नजर
डॉ. मनमोहन वैद्य के अनुसार निर्दिष्ट में 42613 स्थानों पर शाखा लग रही है, जोकि 2022 में 37903 पर लगा था। शाखा की संख्या 68651 है, जिसमें पिछले वर्षों में 15 प्रतिशत अंक की गड़बड़ी हुई है। साप्ताहिक मिलन जोकि वीक में एक बार पार्टनरशिप करता है।

इनकी संख्या पूरे देश में 26877 है। महीने में एक बार संघ मंडली जुड़ती है, इनकी संख्या 10412 है। 2017 से 2022 तक 7 लाख 25 हजार युवाओं का ऑनलाइन अनुरोध संघ से संदेश आया। इसमें से 70 फीसदी युवा समाज में योगदान देना चाहते हैं।

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