11 C
London
Friday, March 17, 2023
HomeWorld Newsफ्रांस में बिना वोटिंग के हुए पेंशन बिल: नाराज लोग कई शहरों...

फ्रांस में बिना वोटिंग के हुए पेंशन बिल: नाराज लोग कई शहरों में घूमने पर उतरे, कहा-अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे

Date:

Related stories


  • हिंदी समाचार
  • अंतरराष्ट्रीय
  • फ़्रांस की इमैनुएल मैक्रॉन सरकार ने पेंशन सुधार विधेयक पारित किया, सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने पर प्रहार किया

पेरिस12 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

फ्रांस में संसद से सड़क से लेकर पेंशन सुधार बिल का विरोध किया जा रहा है।

फ्रांस में गुरुवार को मैट्रिक सरकार का पेंशन रिटर्न बिल पास हो गया। इसके बंधन से उम्र 62 से बढ़ाकर 64 कर दी गई है। फ्रांस की नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बॉर्न ने बिना वोटिंग के ही बिल पास करवा दिया। इसके बाद पूरे देश में बिल के खिलाफ सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे।

फ्रांस में पीएम ने लेख 49.3 का इस्तेमाल किया है जिसके तहत बहुमत न होने पर सरकार के पास बिना वोटिंग के बिल पास का अधिकार है। इसके बाद विरोधी नेता मरीन ले पेन ने इमैनुएल की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की बात कही। उन्होंने कहा- सरकार ने बिल पास डिटेल के जरिए स्पेशल पावर का इस्तेमाल किया। ये सबूत है कि वो कितने कमजोर हैं। प्रधानमंत्री को जन्म को इस्तीफ़ा देना चाहिए।

बिल पास होने के बाद लोगों ने आर्टिकल 49.3 के इस्तेमाल का विरोध किया।

बिल पास होने के बाद लोगों ने आर्टिकल 49.3 के इस्तेमाल का विरोध किया।

23 मार्च को कई फ्रेंच यूनियन की हड़ताल पर
बिल पास होने के ठीक बाद करीब 7 हजार लोग पेरिस में प्लेस डे ला कॉनकॉर्ड पब्लिक स्क्वायर पर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया और करीब 120 पत्राचार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने संसद के सामने विरोध कर रहे लोगों को हटाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा फ्रांस के कई शहरों में भी लगातार प्रदर्शन जारी है। 23 मार्च को कई फ्रेंच यूनियन ने हड़ताल की घोषणा की है।

संसद के सामने प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।

संसद के सामने प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।

‘175 घंटे डिबेट को कम नहीं होने दे सकते’
गुरुवार को फ्रांस में संसद की कार्यवाही शुरू हुई। अपर हाउस में 119-114 वोट के अंतर से पेंशन रिटर्न बिल पास हो गए हैं। इसके बाद नेशनल असेंबली की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने बिल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ये देखते हुए वोटिंग शुरू होने से कुछ मिनट पहले ही प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 49.3 का इस्तेमाल करने की घोषणा की। उन्होंने कहा- ये बिल देश के लिए बेहद जरूरी है। हम ये नहीं देख सकते हैं कि 175 घंटे तक डिबेट होने के बाद मेहनत कम हो जाएगी। इसके बाद कई सांसदों ने पीएम के गठबंधन की मांग की।

इस तस्वीर में सांसद नेशनल असेंबली में संसद में बढ़ती उम्र का विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं।

इस तस्वीर में सांसद नेशनल असेंबली में संसद में बढ़ती उम्र का विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं।

क्या है पेंशन सुधार बिल?
प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने बताया कि नई पेंशन योजनाओं के मुखिया 2027 से लोगों को पूरी पेंशन लेने के लिए कुल 43 साल काम करना होगा। अभी तक ये न्यूनतम सेवा अवधि 42 वर्ष थी। इसके विरोध में पेरिस सहित 200 शहरों में प्रदर्शन किया गया।

सरकार इसे फ्रांस के शेयर-आउट पेंशन सिस्टम की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय के रूप में बता रही है। सरकार का कहना है कि काम करने वालों और रिटायर लोगों के बीच का अनुपात अनुपात कम हो रहा है। जिसे देखते हुए संस्कार की उम्र बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। अधिकांश यूरोपीय देशों ने वृक्षारोपण किया है। इटली और जर्मनी में विनाश की उम्र 67 साल है। स्पेन में ये 65 साल है। ब्रिटेन में अनाचार की उम्र 66 साल है।

5 तस्वीरों में देखिए पेंशन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

बिल पास होते ही करीब 7000 हजार लोग पब्लिक स्क्वायर पर प्रदर्शन करते नजर आए।

बिल पास होते ही करीब 7000 हजार लोग पब्लिक स्क्वायर पर प्रदर्शन करते नजर आए।

पेरिस में लोगों ने एफिल टावर के बाहर भी बैनर-पोस्टर के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

पेरिस में लोगों ने एफिल टावर के बाहर भी बैनर-पोस्टर के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 120 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 120 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया।

बिल के विरोध में कई फ्रेंच यूनियन ने 23 मार्च को हड़ताल की घोषणा की है।

बिल के विरोध में कई फ्रेंच यूनियन ने 23 मार्च को हड़ताल की घोषणा की है।

विशिष्ट में अलग-अलग शहरों में लोग बिल का विरोध कर रहे हैं।

विशिष्ट में अलग-अलग शहरों में लोग बिल का विरोध कर रहे हैं।

विरोध में 68% लोग
फ्रांस की शेयर-आउट पेंशन प्रणाली की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय के रूप में बताया जा रहा है, इस योजना को लोगों ने विफल कर दिया है। IFOP पोल के मुताबिक, 68% लोग इस योजना का विरोध कर रहे हैं। लोगों का मानना ​​है कि ज्यादा साल तक काम करने की वजह से उनकी उम्र कम हो जाएगी और वो जल्दी मर जाएंगे।

खबरें और भी हैं…



Source link

Subscribe

- Never miss a story with notifications

- Gain full access to our premium content

- Browse free from up to 5 devices at once

Latest stories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here