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- हरियाणा समाचार; बीएफआई विवाद, विश्व चैंपियनशिप टीम और चयनकर्ताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप, मुक्केबाज मंजू रानी, मुक्केबाज शिक्षा नरवाल, मुक्केबाज पूनम, बीएफआई, साई, दिल्ली उच्च न्यायालय का फैसला
रोहतक25 मिनट पहले
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हरियाणा के तीन बॉक्सरों व बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के बीच विवाद चल रहा है मंगलवार को हाई कोर्ट अपना फैसला सुनेगा। खिलाड़ियों को हाई कोर्ट से ही अंतिम उम्मीद है कि वे वर्ल्ड चैंपियनशिप में गेम जीतें। कोर्ट ने बीएफआई को निर्देश देकर वर्ल्ड चैंपियनशिप का मूल्यांकन शीट दी है।

कोर्ट में न्याय के लिए बॉक्सर
बता दें कि 15 मार्च से वर्ल्ड चैंपियनशिप का आगाज होगा। जो 26 मार्च तक दिया गया। दिल्ली में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में 12 दिनों तक विभिन्न देशों के बॉक्सर अपने पंच का दम दिखाएंगे। वहीं उच्च न्यायालय 14 मार्च को अपना फैसला सुनेंगे। अगर फैसला खिलाड़ियों के पक्ष में आता है तो उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप में चयन की उम्मीद है।

मंजू रानी
ट्वीटर से ट्वीट कर उम्मीद करता हूँ
रोहतक की बॉक्सर मंजू क्वीन ने उम्मीद से ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि जीवन में संघर्ष और स्वभाव के बाद अच्छे दिनों का आगमन होगा। वहीं शिक्षा नरवाल ने भी ट्वीट किया और लिखा कि कुछ भाग छूट जाएगा, जो भी अपना होगा। साथ ही साथ दूसरे ट्वीट में उन्होंने बीएफआई के सचिव पर सवाल स्वीकार किए।
विश्व चैंपियनशिप के लिए हरियाणा के 8 में से 12 खिलाड़ियों का चयन किया गया
BFI द्वारा वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा की गई थी। इस टीम में उल्लेखनीय की 12 महिला बॉक्सरों की टीम का चयन किया गया था। तस्वीर से 8 खिलाड़ी हरियाणा की रहने वाली थी। वहीं 5 खिलाड़ी अकेले मिनी क्यूबा के नाम से प्रसिद्ध भिवानी जिले से हैं जो महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग प्रतियोगिता में शामिल हैं।

पूनम
चयन प्रक्रिया पर प्रश्न
हरियाणा के रोहतक के गांव रिठाल फोगाट निवासी मंजू रानी, गांव रिठाल नरवाल निवासी शिक्षा व हिसार निवासी पूनम ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि टीम चयन के दौरान भ्रष्टाचार व धंधली हुई है। इसी वजह से उनका नाम वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए चुनी गई टीम में नहीं है।
प्रथम श्रेणी से हटाएं
48 किलोग्राम भार वर्ग के बॉक्सर मंजू क्वीन ने कहा कि वह भोपाल में राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2022 में स्वर्ण पदक विजेता हैं। उसे पहले रैंक से हटाकर दूसरे नंबर पर डाल दिया। जिस बॉक्सर को नंबर एक पर स्थान दिया जाता है, वह केवल हरियाणा राज्य में खेला जाता है और कोई पदक भी नहीं लेता। जिसका कैंप में तीसरे नंबर पर नाम था। उन्हें वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में खिलाया जा रहा है।
11 नेशनल मेडलिस्ट में से 9 को छोड़कर केवल 2 चुने गए
हिसार निवासी मुक्केबाज पूनम पूनिया ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाले 11 अन्य बॉक्सरों में से 9 विश्व चैंपियनशिप के लिए चुने गए हैं। इंडिया के लिए टॉपिंग देने के बाद भी देश के लिए नहीं खेल रहे हैं। पिछले कुछ सालों में देश के टॉप खिलाड़ी कोर्ट गए हैं। देश में कुछ खेल संघ को न्यायालय द्वारा निलंबित भी किया गया।

शिक्षा नरवाल
सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था
शिक्षा नरवाला ने 20-26 दिसंबर 2022 को आयोजित सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में मेडल जीता था। वहीं मई 2022 में तुर्किये में आयोजित महिला विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया, 2021 में हिसार में आयोजित सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल, साउथ एशियन गेम में सिल्वर मेडल जीता। इसके अलावा अन्य प्रतियोगिताओं में भी मेडल अपना नाम कर चुके हैं, लेकिन उन्हें भी टीम में स्थान नहीं दिया गया।