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- प्रियंका चतुर्वेदी बनाम अमृता फडणवीस; डिजाइनर अनीक्षा जयसिंहन विवाद
मुंबईएक मिनट पहले
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अमृता फडणवीस के डिज़ाइनर अनिक्षा पर रिश्वत और धमकी देने के आरोप सामने आने के बाद महाराष्ट्र में विवाद शुरू हो गया है। इसे लेकर चैनल गुट की सांसद सांसद सुंदर चतुर्वेदी ने गुरुवार को ट्वीटर अमृत पर दर्शकों को ट्वीट किया।
यूनीक चतुर्वेदी ने कहा– एक अपराधी की बेटी पहले उपमुख्यमंत्री की पत्नी से संपर्क करती है। फिर उनका घर आना-जाना भी शुरू हो जाता है। डिप्टी सीएम के मुताबिक यह दोस्ती 5 साल चलती है। उपमुख्यमंत्री की पत्नी को वह महंगे कपड़े, गहने देती हैं। इतनी ही नहीं गाड़ी में साथ घूमती है।
अमृता फडणवीस का उत्तर– अमृता ने कहा कि मैडम चतुर, आप पहले मुझे फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश कर चुके हैं। जहां पर कहा गया कि मी एक्सिस बैंक से कुछ गलत फायदे मिले हैं, अब आप मेरी सच्चाई पर भी सवाल उठा रहे हैं। वैसे ये स्वभाव है अगर कोई आपका विश्वास जीतता है और फिर केस बंद करने के लिए आपको रिश्वत देता है तो आप ऐसे शख्स की अपने मास्टर के जरिए मदद जरूर करते हैं। ये आपकी औकात है।

सटीक बोलीं- मिस फेड-नॉइस, मेरी जांच की मांग पर आप इतने परेशान क्यों हैं
औकात वाले ने ट्वीट किया कि भगवान का शुक्र है कि मेरी औकात मुझे किसी डिज़ाइनर के ड्रेस प्रमोशन के लिए नहीं दिलवाती, जिससे बाद में मुश्किल में फंस जाएंगे। मुझे गलतफहमी-नॉइस नहीं आती कि मैंने एक जांच की मांग क्या कर दी, आप इतने परेशान हो गए। सही बात तो ये है कि आपको उसी दिन शिकायत करनी थी, जब उस लड़की ने आपको पैसे बनाने की टिप्स दी थी।
पढ़िए ने अमृत एफआईआर में क्या लिखा है…
अमृता ने पुलिस को बताया, ‘अनिक्षा नाम के डिज़ाइनर ने नवंबर 2021 में पहली बार मुझसे संपर्क किया था। उसने मुझे बताया था कि वह कपड़े, ज्वेलरी और वर्कवियर डिजाइन करती है। हम दोनों की मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी। इस दौरान अनिक्षा ने मेरा डिजाइन ज्वेलरी और फुटवियर लिया और उनका प्रमोशन करने की अपील की थी। मुझे उस पर लाट आया और मैंने हां कर दी। पहली बार मिलने पर उसने मुझे बताया कि उसकी मां मर चुकी है।
एक बार मेरे घर आने पर उसने मेरे कर्मचारियों के लोगों को कपड़े और ज्वेलरी दी थी और मेरा रिक्वेस्ट की थी कि मैं उन्हें पहनता हूं। मुझे याद नहीं है कि मैंने उसकी ड्रेस कभी पहनी थी या नहीं। इन चीजों को मेरे स्टाफ ने लौटाया या डोनेट किया था, क्योंकि मेरे पास ने उसका कोई सामान नहीं दिया है।
ऐसी ही एक मुलाकात में अनिक्षा ने दावा किया था कि उनके पिता के कई राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। उसने वहां एक कर्मचारी को लिफाफा देने के लिए कहा, जब मैंने लिफा खोला तो उसमें हाथ से लिखा हुआ नोट था। उसमें जो कुछ हुआ वह मुझे समझ नहीं आया और मैंने उसे एक तरफ रख दिया।
एक बार अनिक्षा ने मेरे बॉडीगार्ड से झूठ बोला और मेरी कार में बैठ गई। उसने मुझे बताया कि उसके पिता पुलिस को सटोरियों की जानकारी देते हैं। उसने कहा कि अगर इन सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई होती है तो पुलिस से बहुत सारे पैसे भी कमाए जा सकते हैं। या फिर कोई एक्शन न लेकर सटोरियों से पैसे ऐंठे जा सकते हैं। ये सुनने के बाद मैंने उसे कार से नीचे गिरने को कहा। फिर मैंने उसका कॉल उठाने बंद कर दिया।
16 फरवरी की रात 9 बजे बजकर 30 मिनट पर अनिक्षा ने मुझे कॉल करके बताया कि उसके पिता को एक मामले में सनसनी हुई है। अगर मैं उन्हें बचा लेता हूं तो वह 1 करोड़ रुपए देगा। यह सुनने के बाद मैंने फोन रख दिया और उसका नंबर ब्लॉक कर दिया।’ पूरी खबर यहां पढ़ें…