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- 18 राज्यों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि; प्याज, जीरा, गेहूं और सरसों की फसल प्रभावित; फसलों को भारी नुकसान
नई दिल्ली/भोपाल/जयपुर8 मिनट पहले
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विकाराबाद, गणित – प्याज, जीरा, गेहूं और सरसों की सफलता पर निर्भर मार
कई राज्यों में बेमासम बारिश और ओले की मार, चना, सरसाएं की तैयार फसलें पर निर्भर है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में कहीं-कहीं ओले गिरे। कुल 18 राज्यों में बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के 22, यूपी के 33 से ज्यादा जिलों में तेज हवा के साथ बारिश और ओले का दाैर चला। इससे व्हीट, सरसाएं, चने और खेत में तैयार आलू पर 25% तक प्रभाव पड़ा है।
फल रिसर्च सेंटर, भोपाल के प्रमुख साइंटिस्ट डॉ. आरके जायसवाल ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में गेहूं की 50% चराई हो चुकी है, जो फसल में फसल होती है, उसी बेमौसम बारिश से गेहूं के दाने में काले धब्बे पड़ रहे हैं। जहां ओले गिरे हैं, वहां 50% नुकसान होगा। चने की भी करीब 40% सफलता नहीं कटी है। आशंका यह है कि चने के दाम पर प्रति क्विंटल 300 रुपये तक कम हो सकते हैं।
महाराष्ट्र- कई जाली में 33% तक नतीजा खराब हुआ। गेहूं, मक्का और प्याज को भारी नुकसान। मराठवाड़ा के आठ जाली में 4,950 हेक्टेयर पर घटिया मुनाफा चौपट।
गुजरात- महाराष्ट्र और गुजरात के जीरा उत्पादकों के बारे में 5-7% की कमाई खराब है।
राजस्थान- राज्य में 14 मार्च को पहली बार बारिश-ओले पड़ी है। इसके बाद बेमौसम बारिश से राज्य में गेहूं, सरसों, जीरा की शिकायत को 50% तक नुकसान का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश- 33 से ज्यादा जिलों में 15 मार्च से माईसम खराब है। ललितपुर सहित कुछ जाली में ओलों से खेत गए। सोनभद्र में नाले में बहे 5 लोगों की मौत हुई।
रास्ता- मासम विभाग के अनुसार अगले दिन तक देश के 18 राज्यों में बारिश और ओले के आसार बने रहेंगे। राजस्थान, मध्य प्रदेश, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु खासता ऐर से प्रभावित होंगे।