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- सीबीएसई ने स्कूलों को दी चेतावनी; कहा कि यह छात्रों में चिंता और थकान पैदा करने का खतरा है
नई दिल्ली3 मिनट पहले
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) स्कूलों को चेतावनी देता है कि वे एक अप्रैल से पहले नया शैक्षणिक सत्र शुरू न करें। बोर्ड ने कहा है कि इससे फ्रेंड्स में चिंता और थकान पैदा होने का खतरा है। सीबीएसई की ओर से यह चेतावनी कई स्कूलों में खासतौर पर कक्षा 10 और 12 की एकेडमिक सेशन शुरू होने के बाद आई है।
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने आदेश में कहा, यह देखा गया है कि कुछ स्कूलों ने अपना एकेडमिक सेशन बहुत जल्दी शुरू कर दिया है जिससे कम समय में पूरे साल का सिलेबस पूरा कर लिया जाता है। लेकिन इससे छात्रों में थकान पैदा होने का खतरा होता है। इससे चिंता और बर्न आउट पैदा हो सकता है।

एक्स्ट्रा क्यूरी सेक्युलर एक्टीविटीज के लिए टाइम नहीं मिलता
बोर्ड ने नोट किया है कि एक शैक्षणिक सत्र के समय से पहले शुरू करने के लिए छात्रों को एक्स्ट्रा क्यूरी सेक्युलर एक्टिविटीज जैसे कि अनौपचारिक शिक्षा, लाइफ प्लेसमेंट, हेल्थ, फिजिकल एजुकेशन और कम्यूनिटी सर्विस के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलता है।
ये सभी एक्टीविटीज़ एकेडमिक्स के समान महत्वपूर्ण हैं। बोर्ड से जुड़े स्कूलों के प्रधानाचार्यों और बैठक के प्रमुखों को सलाह दी जाती है कि वे नए एकेडमिक सेशन शुरू न करें। शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से 31 मार्च तक रहता है। सख्ती से पालन करें।
10वीं और 12वीं की अभी बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं
सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं की अभी बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं। दोनों योग्यता की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होने वाली हैं। कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 21 मार्च को और कक्षा 12वीं की 5 अप्रैल को समाप्त हो जाएंगी।