निष्क्रिय2 घंटे पहले
हिमाचल प्रदेश के मंदिरों को ऑनलाइन किया जाएगा। ई-कनेक्ट किया जाएगा। इसके बाद लोग शक्तिपीठों में हवन, भंडारे, जगाराते के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।
हिमाचल की सुक्खू सरकार उद्यमों को ई-सिस्टम से जोड़ रही है। लाभार्थियों की सुविधा के लिए सरकार व्यवस्था शुरू करने जा रही है। इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद देश दुनिया में बैठे लोग भी हिमाचल के मंदिरों में दिल खोलकर दान कर सकते हैं।
ऊना के चिंतपूर्णी मंदिर से शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
सरकार यह व्यवस्था ऊना के चिंतपूर्णी मंदिर से शुरू कर रही है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अधिकारियों को इस व्यवस्था को चिंतपूर्णी मंदिर से शुरू करने के लिए कहा है। इस पर अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया है और सॉफ्टवेयर भी तैयार किया जा रहा है। जल्द यहां लोगों को ऑनलाइन पूजा करने की सुविधा मिलेगी।
पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा तो अन्य मंदिरों में लागू होगा
सुक्खू सरकार का यह पायलट प्रोजेक्ट अगर सफल रहा तो प्रदेश के अन्य बड़े संस्थानों में भी इस व्यवस्था को शुरू किया जाएगा।
स्लॉट की बुकिंग के आधार पर ऑनलाइन पूजा होगी
इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद मंदिर का पुजारी निजी व्यक्ति से जुड़ा। स्लॉट की बुकिंग के बाद हवन करेगा। पुजारी ही व्यक्ति की पूजा की सामग्री रेटेड। ऑनलाइन पंजीकरण करने के बाद स्लॉट बुकेटिंग होगी।
सॉफ्टवेयर में टाइमहूर्ट सब की सुविधा होगी। सचिव भाषा एवं संस्कृति राकेश कंवर ने बताया कि सरकार से मिले निर्देशों के बाद अभी ऊना के चिंतपूर्णी मंदिर में पायलट आधार पर इस परियोजना पर काम किया जा रहा है।
COVID अवधि में शुरू हुई थी ऑनलाइन आरती
COVID अवधि में हिमाचल के संस्थानों में ऑनलाइन आरती की व्यवस्था शुरू की गई थी। इस व्यवस्था में और सुधार करते हुए अब हिमाचल के मंदिर में नई व्यवस्था को ऑनलाइन सुविधा से जोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है।