हरिपुरधार4 घंटे पहले
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चूड़धार के जंगल में दिखाकर पुलिस ने सुरक्षित बचाव किया।
करीब आठ घंटे से अधिक समय तक रडार से दो टूरिस्ट चूड़धार के जंगल में पहुंचे। पुलिस व स्थानीय लोगों ने करीब पांच घंटे तक जंगल में रेस्क्यू अभियान चलाया। बीते सोमवार आधी रात करीब दो बजे दोनों सैलानियों को रेस्क्यू किया गया। इन दिनों यात्रा पर रोक लगती है, लेकिन बावजूद इसके दोनों चूड़धार की यात्रा पर पहुंच जाते हैं।
उत्तराखंड की राजधानी में रहने वाले आशुतोष और रोहित लेखवर 12 मार्च को घूमने वाले चूड़धार आए थे। शाम करीब चार बजे वह सारां के रास्ते से वापस उतर रहे थे। मगर चूड़धार के जंगल में रास्ते निकल गए। इन दोनों ने पुलिस से संपर्क करने का भी प्रयास किया। मगर में नेटवर्क न होने के कारण उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
पुलिस से मदद मांगी
जाते-जाते वह ऐसे स्थान पर पहुंच गया जहां पर नेटवर्क मिलने के बाद तुरंत 112 नंबर पर कॉल करके उसने पुलिस से मदद मांगी। स्थानीय लोगो के साथ पुलिस की टीम चूड़धार के जंगल के लिए रवाना हुई। रात भर जंगल का चप्पा चप्पा छानने के बाद आधी रात को दोनों आगंतुकों को जंगल से रेस्क्यू किया गया।
रात भर पोषक पत्ते रहे जंगल में
आशुतोष व रोहित ने बताया कि रास्ते से निकलने के बाद जंगल में ऐसे इलाके में पहुंच गए थे, जहां से उन्हें भी पता नहीं चल रहा था कि वह किधर से आए हैं और जहां जा रहे हैं। वह ऐसी जगह फंस गए थे जहां न आगे को रास्ता था और नीचे ऊपर खतरनाक ढाक थे। सैलानियों ने बताया कि वह रात भर रास्ते में जाते हैं।