11 मिनट पहले
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पाकिस्तान में आर्थिक संकट के कारण एक के बाद एक कंपनियां बंद हो रही हैं। अब खबर आई है कि जापान की कार मैकर कंपनी होंडा ने पाकिस्तान स्थित प्लांट को 31 मार्च तक बंद करने का ऐलान किया है। इससे पहले सुजुकी ने भी पाकिस्तान में अपना प्लांट बंद कर दिया है।
पाकिस्तान में होंडा ऑटोमोबाइल्स के असेंबलर होंडा एटलस कार्स का कहना है कि, ‘कंपनी अपना प्रोडक्शन जारी नहीं रखेगी और 9 से 31 मार्च तक अपने प्लांट को बंद कर रही है।’
इन वजहों से कंपनी ने प्लांट बंद करने का फैसला लिया
ऑटोमेकर ने पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज को एक नोटिस भेजा, जिसमें कहा गया कि कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला खराब तरीके से प्रभावित हुई है। पाकिस्तान सरकार ने कंप्लीटली नॉक-डाउन (सीकेडी) किट, रोटेरियल के आयात के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट (एलसी) लगाने पर रोक लगाने और फॉरेन देनदारियों को रोकने जैसे उपायों का सहारा लिया, कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला इस तरह के उपाय से भी गंभीर रूप से विश्लेषित होता है।
- पाकिस्तान रुपए में गिरावट के कारण कंपनी को नुकसान : कंपनी के मुताबिक पाकिस्तान रुपए का डीवैल्यूएशन और हाई टैक्स के बोझ के चलते वह अपना प्लांट बंद करने को मजबूर है। पाकिस्तान रुपए में गिरावट से कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है। विदेशों से आयात महंगा हो गया है। वहीं, हाई टैक्स के चलते कारों की मांग कम हुई है। इसका कारण प्लांट को बंद करना ही सीमांकन है।
- औटो पार्ट्स का आयात हुआ महंगा : उत्पादन गतिविधियों पर प्रभाव के अलावा सीकेडी की कीमत में कमी पाकिस्तान के लोगों की पहले से ही घटाती ऊर्जा पर भी असर डालती है। पाकिस्तान उच्च मुद्रास्फीति दर और उच्च ऋण लागत के प्रभाव से जूझ रहा है, जिसने मांग को कम कर दिया है और पाकिस्तान के रुपये को गिरा दिया है। एटोमोबाइल के पुर्जों का आयात काफी महंगा हो गया है।

टोयोटा और सुजुकी जैसे बड़े ब्रांड पहले अपना प्लांट बंद कर चुके हैं
पाकिस्तान में आर्थिक संकट के कारण टोयोटा मोटर्स, पाकिस्तान सुजुकी, इंडस मोटर कंपनी ने भी पहले ही अपना प्लांट बंद कर दिया है, जिससे उनकी बिक्री प्रभावित हो रही है। एक स्थानीय फर्म इस्माइल एक बाल समानों के अनुसंधान हैड फद रऊफ ने कहा कि इन शटडाउन से न केवल कॉरपोरेट दायित्वों पर प्रभाव पड़ता है, बल्कि रोजगार पर भी प्रभाव पड़ता है। रउफ ने कहा कि, ‘ये शटडाउन हर रोज लंबे समय तक जारी रहेगा, कर्मचारियों को कर्मचारियों को उतना ही बचाना जितना मुश्किल होगा।’
IMF के आगे फिर हाथ फैला रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ 2019 में सहमत 6.5 बिलियन डॉलर के बेलआउट में से 1.1 बिलियन डॉलर की अगली किश्त को अनलॉक करने के लिए बातचीत कर रहा है।


