नई दिल्ली2 मिनट पहले
मनीष सिसोदिया को शुक्रवार को दिल्ली के रौज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया।
दिल्ली शराब नीति मामले में मनीष सिसोदिया को ईडी ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 10 मार्च को सिसोदिया को 7 दिन (17 मार्च) तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया था, जो आज खत्म हो गया। सूत्रों के मुताबिक, ईडी कोर्ट से सिसोदिया की 7 दिन की और रिमांड ली जाती है। कोर्ट ने इस पर फैसला सुरक्षित रखा है। कुछ ही देर में कोर्ट फैसला सुनाएगी।
कोर्ट में दोनों तरफ की दलीलें…
ईडी बोली- सिसोदिया के मोबाइल डेटा का एनलिसिस कर रहे हैं
ईडी ने कोर्ट से कहा कि एलजी की ओर से शिकायत करने के बाद सिसोदिया ने अपना फोन बदल दिया था। उनके मोबाइल डेटा को फिर से निकाल दिया गया है। अब एजेंसी उनके ईमेल और मोबाइल फोन के डेटा का विश्लेषण कर रही है। अभी सिसोदिया से और प्रश्न हैं।
सिसोदिया के वकील इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईडी ने सिसोदिया के खिलाफ किसी क्राइम का जिक्र नहीं किया है। वहीं, जब सीबीआई मामले में पूछताछ कर चुकी है तो ईडी से पूछताछ करने की क्या जरूरत है?
ईडी ने 9 मार्च को सिसोदिया को गिरफ्तार किया था
जांच एजेंसी ने सिसोदिया को 9 मार्च को दिल्ली शराब नीति मामले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ऐतिहासिक जेल से गिरफ्तार किया था। इसके बाद 10 मार्च को सिसोदिया को दिल्ली के रौज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट से सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड ली थी। इसके बाद कोर्ट ने पूर्व डिप्टी सीएम को 17 मार्च तक रिमांड पर भेज दिया।
इससे पहले 26 फरवरी को सीबीआई ने उन्हें दिल्ली शराब नीति मामले में 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। कोर्ट सिसोदिया की जमानत याचिका पर 21 मार्च को दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा।

कोर्ट ने वक्त मिलने पर सीबीआई के मामले में जमानत पर सुनवाई की बात कही है। फोटो 6 मार्च की है, जब सिसोदिया को ऐतिहासिक जेल ले जाया जा रहा था।
पिछली सुनवाई में ED ने ये तर्क दिए थे
1. सिसोदिया के प्रतिनिधि ने कविता से मुलाकात की
ईडी के वकील जोहैब हुसैन ने कहा था, ‘सिसोदिया के अतिरिक्त विजय इस पूरे साजिश को समन्वयित कर रहा था। इस घोटाले में सरकारी तंत्र, बिचौलिये और कई अन्य लोग शामिल हैं। ये साजिश नायर, सिसोदिया, गड़बड़ के मुख्य मंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी की कविता और कई अन्य लोगों ने मिलकर रची। इस मामले में 219 करोड़ रुपए के मनी ट्रेल का पता चला है।’
2. साउथ के ग्रुप ने आप नेताओं ने 100 करोड़ घुस दी
उन्होंने कहा, ‘साउथ के ग्रुप ने आप नेताओं को 100 करोड़ की घुंस दी। दिल्ली में बनाया गया एक ग्रुप 30% ताकि शराब कारोबार को चलाया जा सके। दस्तावेज़ दिखाते हैं कि नायर ने सिसोदिया के प्रतिनिधि के तौर पर कविता से मुलाकात की। नायर कविता को यह बताना चाहता था कि सिसोदिया किस तरह से लाइसेंस को प्रभावित कर सकते हैं।’
3. एक साल में 14 फोन टूटे, वे सिसोदिया के नाम पर नहीं थे
जोहेब ने कहा, ‘एक साल के समय में 14 फोन इस्तेमाल किए गए और बदले गए। इन्हें तोड़ भी दिया गया। सिसोदिया ने उस फोन का इस्तेमाल किया, दूसरों ने उसका इस्तेमाल किया। सिम कार्ड भी सिसोदिया के नाम पर नहीं था ताकि बाद में वो अपने बचाव में इस बात का इस्तेमाल कर सकें।’
4. सिसोदिया की शुरुआत से ही तलमटोल कर रहे हैं
उन्होंने निवेदन किया, ‘एक फोन भी सिसोदिया के नाम पर नहीं थे। एक सिम कार्ड देवेंद्र शर्मा के नाम पर था। इससे पता चलता है कि इस मामले में बड़े पैमाने पर सबूतों को गलत ठहराया गया है। आप देखिए खुद कि हम सिसोदिया की कस्टडी क्यों चाहते हैं। इसकी शुरुआत से ही तलमटोल कर रहे हैं।’

सिसोदिया के वकील ने ये दलीलें दी थीं
1. शराब नीति एक तारीख़ सरकार हुई है
मनीष सिसोदिया के वकील दयान कृष्णन ने कहा, ‘ईडी का कहना है कि यह पॉलिसी गलत है। एक तारीख हुई सरकार ने इसकी रूपरेखा तैयार की है। यह कई झलकियों से भिन्न है। ये सरकार के पास जाती है, अधिकारियों के पास जाती है। अनियमित और लॉ सेक्रेटरी के पास जाता है। ये याचिका उप-राज्यपाल के पास जाती है।’
2. ED नोट्स की बात कह रही हैं, ऐसे कई उदाहरण हैं
उन्होंने कहा, ‘यह शराब नीति उप-राज्यपाल के पास गई। LG बाय सेंटर सरकार। उन्होंने 3 बातें पूछी थीं, लेकिन इनमें से एक प्रॉफिट मार्जिन या एलिजिबिलिटी से जुड़ी नहीं थी। ED जल्दबाजी के बारे में बात कर रहा है। मैं जल्दबाजी के ऐसे बहुत सारे उदाहरण दे सकता हूं। नोटबंदी की गई और इसे सर्वोच्च न्यायालय ने भी संवैधानिक नियम दिया।’
3. ईडी एक रुपए की जांच नहीं कर पाई, बस कह रही- हमने सुना
कृष्णन बोले, ‘ईडी कह रही है कि विजय नायर सिसोदिया की ओर से काम कर रहे थे। ईडी ने अभी तक ऐसा कुछ नहीं पाया है, जिसमें सिसोदिया को एक भी चौथा भेजा गया है। अभी तक वो ऐसा क्यों नहीं कर पाए? दस्तावेज़ देख रहा हूँ। हर जगह ईडी कह रहा है, वीक सुन, वी वीन सुन।’
4. जांच एजेंसी अरेस्ट करना अपना अधिकार समझने लगी हैं
सिसोदिया के दूसरे वकील मोहित माथुर ने कहा- इन दिनों ये फैशन बन गया है कि जांच एजेंसी अपने अधिकार समझ लोगों को अरेस्ट कर रही हैं। समय आ गया है, कोर्ट को ऐसे मामलों में सख्ती से पेश आना चाहिए।
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मनीष सिसोदिया पर सीबीआई का नया मामला दिल्ली सरकार की फिक्रमंद यूनिट में करप्शन और विपक्षी नेताओं की जासूसी का आरोप

शराब नीति मामले में जेल में बंद दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर सीबीआई ने नया मामला दर्ज किया है। यह मामला दिल्ली सरकार की फिक्रमंद यूनिट (FBU) में कथित तौर पर भ्रष्टाचार को लेकर है। सीबीआई का दावा है कि अकेले काम करने वाली यूनिट को बनाने और चलाने से सरकारी दावेदारों को 36 लाख रुपए का घाटा हुआ है। इस इकाई पर विरोधी पार्टी के नेता, अधिकारी और न्यायपालिका के सदस्यों के जासूस होने का भी आरोप है। पढ़ें पूरी खबर…