1 C
London
Wednesday, March 15, 2023
HomeIndia NewsRSS ने कहा- शादी सिर्फ अपोजिट सेक्स करने वालों में मुमकिन: होसबोले...

RSS ने कहा- शादी सिर्फ अपोजिट सेक्स करने वालों में मुमकिन: होसबोले बोले- हम सेम सेक्स मैरिज पर सरकार की सहमति से सहमति

Date:

Related stories


पानीपतएक दिन पहले

पानीपत में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (बाएं) और सुनील अंबेडकर।

पानीपत में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में मंगलवार को सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने सेम सेक्स मैरिज पर केंद्र सरकार की चेतावनी का समर्थन किया। होसबोले ने कहा कि शादी सिर्फ अपोजिट सेक्स करने वालों के बीच ही हो सकती है।

12 मार्च को शुरू हुई सभा की 3 दिन की बैठक के आखिरी दिन मंगलवार को दत्तात्रेय होसबोले ने पापाचार से बातचीत की। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) आरएसएस की सबसे बड़ी और अहम इकाई है जिसे संघ का थिंक टैंक भी कहा जाता है। संघ से जुड़े कई अहम जजमेंट और रणनीति इसी में बनी है। पानीपत में हुई सभा की इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा तीन दिन से मौजूद हैं।

सेम सेक्स मैरिज और राहुल गांधी पर संघ…

1. ज्यादा जिम्मेदारी के साथ बोलें राहुल
सरकार्यवाह होसबोले ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लंदन में दी गई स्पीच पर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, ‘इस पर टिप्पणी करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी की अपनी राजनीतिक साझीदारी है। RSS की सच्चाई हर कोई जानता है। फिर भी देश के मुख्य विपक्षी पार्टी के बड़े नेता होने के नाते राहुल गांधी को और बड़ी जिम्मेदारी से बोलना चाहिए।’

2. विवाह संस्कार, कोई कॉन्ट्रेक्ट नहीं है
सेसेक्स में मैरिज से जुड़े सवाल पर होसबोले ने कहा, ‘भारतीय संस्कृति में शादी एक संस्कार है। यह कोई भी कारण या दो भारतीय लोगों के आनंद की बात नहीं है।’

3. कांग्रेस को लोकतंत्र पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं
होसबोले ने कहा, ‘इमरजेंसी के वक्त मुझे भी जेल हो गई थी। मेरे अलावा देश के कई लोग जेल में गए थे। इंद्रा, राजीव, सोनिया के बाद अब राहुल गांधी भी संघ के बारे में किसी भी तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। वे कह रहे हैं लोकतंत्र में हैं। अब चुनाव निकट है। लोकतंत्र में होता है तो हम खिलखिलाते नहीं हैं। कांग्रेस को लोकतंत्र के बारे में बोलने का कोई नैतिक आधार नहीं है। कांग्रेस ने आज तक आपात के लिए भी देश से जो नहीं बनेगा।’

3 दिन तक प्रतिनिधि सभा में 34 अंग के 1474 लोग मौजूद रहे।

चुनाव को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई, नड्डा-खट्टर भी पहुंचे
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले​​​ने कहा कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की इस 3 दिवसीय बैठक में चुनाव को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। यहां तक ​​कि संघ की बैठक में राजनीतिक विषय पर भी कोई डिस्कशन नहीं हुआ। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा के मुख्यमंत्री ग्रेस रेड को बुलाए जाने पर संघ ने कहा कि यह परंपरा है।

साल 2024 में होने वाले चुनाव 16 दिसंबर से पहले आरएसएस के शीर्ष नेतृत्व की यह सबसे बड़ी गड़बड़ी है। इसमें सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, पांचों सह सरकार्यवाह, आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारिणी, क्षेत्रीय व प्रांतीय कार्यकारिणी, संघ के प्रतिनिधि, सभी विभाग प्रचार और 34 अलग-अलग संगठनों के कार्यकर्ता शामिल हुए।

सभा के पहले दिन 12 मार्च को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (बाएं) भी पहुंचे।

सभा के पहले दिन 12 मार्च को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (बाएं) भी पहुंचे।

प्रतिनिधि सभा में 3 प्रस्ताव, महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा नहीं
1.
बैठक के पहले दिन अखिल भारतीय सहयवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने इस बैठक में तीन प्रस्ताव आने की बात कही थी। उनके अनुसार सामाजिक समरसता से जुड़े पहले प्रस्ताव में भारत के विकास की नीति बनाने पर जोर रहा। इसमें समाज के सहयोग और समाज के कार्यों की नीति बनाई गई।

2. दूसरा प्रस्ताव सर्वधर्म समभाव का रहा, जिसे जोड़ने पर जोर दिया गया। भगवान महावीर के परिनिर्वाण के जीवन संदेश और स्वामी दयानंद सरस्वती के जन्म शताब्दी वर्ष के बारे में लोगों को बताने पर जोर दिया गया।

3. तीसरा प्रस्ताव RSS की योजना में महिलाओं को शामिल करने से संबंधित बताया गया। हालांकि बैठक के आखिरी दिन होसबोले ने स्पष्ट किया कि मुस्लिम महिलाओं को आरएसएस और नामांकन से जुड़ी खबरें सिर्फ मीडिया रिपोर्ट में पढ़ीं। सभा में इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।

तस्वीर 12 मार्च की है, जब संघ के प्रतिनिधि सभा में महिलाओं ने बड़ी संख्या में भागीदारी की।

तस्वीर 12 मार्च की है, जब संघ के प्रतिनिधि सभा में महिलाओं ने बड़ी संख्या में भागीदारी की।

संघ से जुड़ाव के लिए छह साल में आई 7.25 लाख रिक्वेस्ट

  • आधिकारिक तौर पर पहले दिन सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने दावा किया था कि साल 2017 से 2022 तक 7 लाख 25 हजार लोगों ने संघ से जुड़ाव को लेकर संघ की वेबसाइट पर रिक्वेस्ट कास्ट किया। यानी हर साल 1 लाख 20 हजार लोग संघ से जुड़ने में दिलचस्पी दिखाते हैं। इसमें से 70 प्रतिशत युवा समाज में योगदान देना चाहते हैं।
  • डॉ. मनमोहन वैद्य के अनुसार, दर्शाने में 42613 जगह बेवजह लग रही हैं, जबकि 2022 में 37903 जगह पर तरस खाते थे। अपराधी की कुल संख्या 68651 है, जिसमें पिछले साल 15% की गलती हुई है।
  • साप्ताहिक मिलन जो सप्ताह में एक बार लगता है, पूरे देश में इसकी संख्या 26877 है। महीने में एक बार संघ मंडली फैलती है, इनकी संख्या 10412 है।

खबरें और भी हैं…



Source link

Subscribe

- Never miss a story with notifications

- Gain full access to our premium content

- Browse free from up to 5 devices at once

Latest stories

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here